नई दिल्ली: प्राचीन मिस्र की महारानी क्लियोपैट्रा एक ऐसी ऐतिहासिक शख्सियत है जिसकी जिंदगी के बारे में जानने की दिलचस्पी इतिहासकारों में लगातार बनी हुई है. क्लियोपैट्रा के जीवन पर कई उपन्यास और फिल्म बनाए गए है. आइए जानते हैं…
क्लियोपैट्रा जब 14 वर्ष की थी तो उसके पिता का देहांत हो गया और यहीं से सत्ता पाने के लिए उसका संघर्ष शुरू हुआ. इसके बाद अपने भाई फिरौन टोलमी XIII के साथ सत्ता मिली. कहा जाता है कि तत्कालीन मिस्र के रिवाज़ के अनुसार उसने अपने ही दो सगे भाइयों से शादी की, ताकि सत्ता बरकरार रहे. हालांकि बाद में जुलियस सीजर से मदद लेकर अपने भाई को ही सत्ता से हटा दिया और सत्ता पर अपना कब्जा कर लिया।
कहा जाता है कि क्लियोपैट्रा और जूलियस सीज़र एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करने लगे थे. इसके बाद उसने बेटे सीज़ेरियॉन को जन्म दिया, लेकिन क्लियोपेट्रा के लिए यह सब आसान नहीं रहा, क्योंकि 44 ईसापूर्व में सीज़र की हत्या कर दी गई और किल्योपैट्रा का छोटा भाई टोलमी XIV रहस्यमय तरीके से लापता हो गया. इसके बाद बहन आर्सिनो IV को मार्क एंटनी ने मार दिया.
क्लियोपेट्रा अपने प्रेम के जादू में ऐंटनी को फंसाकर अपनी गद्दी सलामत रखी और मिस्र को आज़ाद रखा. इस कपल के तीन बच्चे हुए, जिन्हें बाद में अलग-अलग जगहों पर राज्य को शक्तिशाली बनाने के लिए भेजा गया. कहते हैं कि क्लियोपेट्रा अपनी सुंदरता को लेकर ऐसी लगाव थी कि सात सौ गधियों के दूध से नहाती थी. वो जनता के सामने देवी की तरह तैयार होकर आती थी और सालों तक उसकी पूजा होती रह. कहा जाता है कि एक्टिउम की जंग में हार के बाद रानी ने खुद को सांप से कटवा लिया, वहीं ये भी कहा जाता है कि ऐंटनी के प्रतिद्वंदी ऑगस्टस ने क्लियोपेट्रा की हत्या कर दी.
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