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नोटबंदी से कितना कालाधन खत्म हुआ, इसकी कोई जानकारी नहीं है- RBI

नोटबंदी से कालाधन कितना कम हुआ इसकी जानकारी आरबीआई को नहीं है. आरबीआई यानी कि भारतीय रिजर्व बैंक ने एक पार्लियामेंट्री पैनल से कहा कि उसके पास इस बारे में कोई सूचना नहीं है कि नोटबंदी से कितना कालाधन समाप्त हुआ है.

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  • Last Updated: September 4, 2017 17:47:23 IST

नई दिल्ली. नोटबंदी से कालाधन कितना कम हुआ इसकी जानकारी आरबीआई को नहीं है. आरबीआई यानी कि भारतीय रिजर्व बैंक ने एक पार्लियामेंट्री पैनल से कहा कि उसके पास इस बारे में कोई सूचना नहीं है कि नोटबंदी से कितना कालाधन समाप्त हुआ है. 

साथ ही आरबीआई ने कहा कि उसे यह भी पता नहीं है कि 500 और 1000 के नोटों को बंद करने के बाद नोटों को बदलने की प्रक्रिया में कितनी बेहिसाबी नकदी को वैध धन में बदला गया है. बता दें कि इससे पहले आरबीआई अपने वार्षिक रिपोर्ट में सिस्टम में लौटे पैसे का जिक्र कर चुकी है.
 
आरबीआई ने कहा कि नोटबंदी से करीब 15.28 लाख करोड़ के पुराने नोट वापस आए हैं. भविष्य में सत्यापन की प्रक्रिया में इस आंकड़े में सुधार किया जा सकता है. साथ ही आरबीआई ने कहा है कि उसके ऐसी कोई सूचना नहीं है कि क्या नियमित अंतराल पर नोटबंदी की किसी तरह की योजना है.
 
 
नोटबंदी को लेकर अब आरबीआई भी निशाने पर है. आरबीआई को नोटबंदी के आंकड़े देरी से देने को लेकर विपक्षी दलों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, सरकार लगातार ये दावा कर रही है कि 8 नवंबर 2016 को हुए नोटबंदी के फैसले के बाद कालेधन पर अंकुश लगा है और इससे फायदा भी हुआ है. 
 
बता दें कि पिछले सप्ताह अपने वार्षिक रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा था कि नोटबंदी के बाद से अवैध नोटों में से 15.28 लाख करोड़ रुपये सिस्टम में वापस लौटे आए हैं. यानी कि नोटबंदी के बाद 500 और 1000 के करीब 99 फीसदी नोट वापस आ गए. आरबीआई ने ठीक यही आंकड़ें पार्लियामेट्री पैनल के सामने भी पेश किये हैं. 
 
पैनल के सवाल के जवाब में आरबीआई ने कहा कि सिस्टम में वापस आए पुराने नोटों के सत्यापन की प्रक्रिया अभी भी जारी है. वहीं कुछ पुराने नोट अभी भी करेंसी चेस्ट में पड़े हैं, जिसे बैकों और डाकघरों के द्वारा स्वीकार किया गया था.
 
 
सेंट्रल बैंक ने कहा कि पैसों की गिनती करने के लिए पूरी स्पीड में काम हो रहा है. आरबीआई के अधिकतर कार्यालय डबल शिफ्ट में काम कर रहे हैं और उच्च तकनीक के मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि जल्द ही आंकड़ें सामने आ पाएं. हालांकि, अभी इसमें समय लगेगा.
 
रिजर्व बैंक ने समिति को लिखित जवाब में कहा, ‘जब तक रिजर्व बैंक इन नोटों के आंकड़ों का पूरी तरह सत्यापन नहीं कर लेता, तब तक इसके बारे में अनुमान ही दिया जा सकता है. हालांकि, 30 जून तक कुल 15.28 लाख करोड़ रुपये के बंद नोटों का आंकड़ा उसके पास है. 
 
 
बता दें कि पिछले सप्ताह आरबीआई की ओर से जारी वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया था कि अब बस एक फीसदी ही ऐसे पुराने नोट बचे हैं जो सिस्टम में आने बाकी हैं. 

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